अहमदाबाद से आगरा तक 'बाज की नजर'अमेरिकी सीक्रेट सर्विस ऐसे करती है ट्रंप की रक्षा

दुनिया के सबसे ताकतवर मुल्क के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भारत दौरे से पहले सीक्रेट सर्विस के एजेंट्स सुरक्षा तैयारियों को मुकम्मल करने के लिए अहमदाबाद, आगरा और दिल्ली में डेरा डाला हुआ है। 



ट्रंप की यात्रा के लिए संभावित रास्ते पर सीक्रेट सर्विस के एजेंट बाज की नजर बनाए हुए हैं। ये एजेंट केवल जमीन ही नहीं, बल्कि हवा और पानी से आने वाले खतरों पर भी विशेष नजर बनाए हुए हैं।हर वो जगह जहां से किसी भी तरह के आतंकी हमले की आशंका हो सकती है वहां ट्रंप की सुरक्षा के लिए पुख्ता इंतजाम किए जा चुके हैं। अमेरिकी और भारतीय सुरक्षा एजेंसियों ने मिलकर ट्रंप की सुरक्षा के लिए जबरदस्त इंतजाम किया है।सूत्रों के अनुसार, ट्रंप की भारत यात्रा के दौरान किसी भी संभावित खतरे को देखते हुए अमेरिका से सैकड़ों की संख्या में आए कमांडोज मौजूद रहेंगे। इस दस्ते में यूएस मरीन और यूएस रेंजर्स के जवान तैनात रहेंगे।


यूएस सीक्रेट सर्विस के पास राष्ट्रपति के सुरक्षा की जिम्मेदारी
ट्रंप की सुरक्षा को पुख्ता बनाए रखने के लिए अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआईए और सीक्रेट सर्विस एजेंट्स हर गतिविधि पर पैनी नजर बनाए रखेंगे। राष्ट्रपति ट्रंप की सुरक्षा की जिम्मेदारी यूनाइटेड स्टेट्स सीक्रेट सर्विस के पास है। इसलिए, ट्रंप के सबसे पास सीक्रेट सर्विस के तेज तर्रार एजेंट्स तैनात होते हैं।



रासायनिक, जैविक, परमाणु हमले से निपटने में होते हैं माहिर
ये एजेंट्स अपने काम में इतने माहिर होते हैं कि किसी भी तरह की परिस्थिति में रासायनिक, जैविक या फिर परमाणु हमले से निपट सकते हैं। काला चश्मा लगाए ये एजेंट राष्ट्रपति के आस-पास के लोगों के साथ हर एक गतिविधि पर बारीक नजर रखते हैं। किसी भी संभावित खतरे को भांपने के बाद एक्शन में आए ये एजेंट्स राष्ट्रपति को घटना स्थल से सुरक्षित निकाल लेते हैं। 


सीक्रेट सर्विस के एजेंट्स दुनिया की सबसे खतरनाक कमांडो होते हैं। ये केवल राष्ट्रपति की सुरक्षा का जिम्मा ही संभालते हैं। अगर मौके पर कोई घटना होती है तो ये सबसे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति को सुरक्षित स्थान तक लेकर जाते हैं। हमलावर को पकड़ने या मारने का काम दूसरी एजेेंसियों के जिम्मे होता है।


कंट्रोल रूम के संपर्क में रहते हैं सभी एजेंट्स
सीक्रेट सर्विस, सीआईए और अमेरिकी फौज ट्रंप के दौरे पर बारीक नजर बनाए हुए हैं। ये एक सुरक्षित नेटवर्क के जरिए कंट्रोल रूम के संपर्क में रहते हैं। 


किसी भी देश की सुरक्षा एजेंसी पर भरोसा नहीं करती सीक्रेट सर्विस
सीक्रेट सर्विस राष्ट्रपति की सुरक्षा को लेकर किसी भी देश की सुरक्षा एजेंसी पर भरोसा नहीं करती है। इसलिए, हर एक जानकारी के लिए ये अपने आदमी को तैनात करते हैं।




भारत की ये सुरक्षा एजेंसियां रहेंगी तैनात
ट्रंप की सुरक्षा में देश के बेहतरीन अफसरों के अलावा, एसपीजी और एनएसजी के कमांडो, अर्धसैनिक बल, क्विक रिएक्शन टीम, स्वाट, डॉग स्क्वॉड, बम निरोधक दस्ते, सीबीआई, आईबी और खुफिया एजेंसी रॉ के एजेंट भी तैनात होंगे।