अभिजीत को इकोनॉमिक्स का नोबेल

21 साल बाद किसी भारतीय अर्थशास्त्री को यह सम्मान


मुंबई में जन्मे बनर्जी अमेरिका के मैसाचसेट टेक्नोलॉजी में इकोनॉमिक्स के प्रोफेसर कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव के अपने प्रमुख वादे 'न्याय योजना लिए अभिजीत बनर्जी से सलाह लीथी बनर्जी की पत्नी एस्थर डुफ्लो नोबेल के लिए चुनी गईं सबसे युवा इकोनॉमिस्ट, उनके साथ माइकल क्रेमर को भी यह सम्मान मिलेगा अभिजीत बनर्जी से पहले 1998 में अमर्त्य सेन को अर्थशास्त्र का नोबेल मिला था, 2014 में कैलाश सत्यार्थी को शांति का नोबेल मिला



ओस्लो,एजेंसी। भारत में जन्मे और मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एमआईटी) में प्रोफेसर अभिजीत बनर्जी (58) को 2019 के अर्थशास्त्र के नोबेल के लिए चुना गया । उनके साथ एमआईटी में ही प्रोफेसर अभिजीत की पत्नी एस्थर डुफ्लो (47) और हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में अर्थशास्त्र के प्रोफेसर माइकल क्लेमर 54) को भी इस सम्मान के लिए चुना गया है। 21 साल बाद किसी भारतवंशी कोअर्थशास्त्र के नोबेल के लिए चुना गया। अभिजीत से पहले हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में अर्थशास्त्र के प्रोफेसर अमर्त्य सेन को 1998 में यह सम्मान दिया गया था।अभिजीत, एस्थर और माइकल क्लेमर को वैश्विक गरीबी कम किए जाने के प्रयासों के लिए अर्थशास्त्र का नोबेल दिया जाएगाअभिजीत ब्यूरो ऑफ द रिसर्च इन इकोनॉमिक एनालिसिस ऑफ डेवलपमेंट के पूर्व प्रेसिडेंट हैं। वे सेंटर फॉर इकोनॉमिक एंड पॉलिसी रिसर्च के फेलो और अमेरिकन एकेडमी ऑफ आस-साइंसेज एंड द इकोनॉमिक्स सोसाइटी के फेलो भी रह चुके हैं। अमर्त्य सेन को कल्याणकारी अर्थशास्त्र के लिए नोबेल से सम्मानित किया गया थाउन्हें 1999 में भारत रत्न से भी सम्मानित किया गया।2019 लोकसभा चनाव के दौरान कांग्रेस अपने प्रमुख चुनावी वादे 'न्याय 2015 में अभिजीत ने एस्थर डफ्लो से शादी की। 1972 में जन्मीं एस्थर इकोनॉमिक्स के नोबेल के लिए चुनी गई सबसे युवा और दूसरी महिलाअर्थशास्त्री । अर्थशास्त्र के लिए एलिनोर ऑस्टार्म को 2009 में नोबेल दिया गया था। इंडियाना विश्वविद्यालय में प्रोफेसर थीं। उन्हें इकोनॉमिक गवर्नेस के लिए सम्मानित किया गया था। एस्थर डुफ्लो ने कहा- एक महिला के लिए कामयाब होनाऔर कामयाबी के लिए पहचान बनाना संभव है। मुझे उम्मीद है कि इससे कई अन्य महिलाएं अच्छा काम जारी रखने के लिए और पुरुष उन्हें उचित सम्मान देने के लिए प्रेरित होंगेभरोसेमंद जवाब पाने के लिए छोटे-छोटे प्रश्नों की पद्धति ईजाद की बनर्जी, इफ्लो और क्रेमर तीनों ने गरीबी से लड़ने के सर्वश्रेष्ठ तरीकों के बारे में भरोसेमंद जवाब पाने के लिए नया तरीका ईजाद किया। गरीबी के मद्दे को छोटे-छोटे प्रश्नों में बांट दिया। जैसे- शिक्षा या बच्चों का स्वास्थ्य बेहतर बनाने में सबसे प्रभावी साधन क्या है? इससे उन्होंने साबित किया कि प्रभावित लोगों से ऐसे छोटे और सटीक प्रश्नों के सबसे बढ़िया जवाब मिलते हैं। योजना' के लिए अभिजीत समेत रुपए/महीना। योजना गरीबों को दुनियाभर के अर्थशास्त्रियों से राय ली मिनिमम इनकम की गारंटी देगी। इसके तहत तब कांग्रेस अध्यक्ष बनर्जी ने कहा था- 2500-3000 रु. राहुल गांधी ने वादा किया था कि प्रति महीना एक अच्छी शुरुआत हो हर गरीब के खाते में साल में 72 हजार सकतीथीऐसा कहते वक्त मैं सालाना रुपए डाले जाएंगे, यानि 6 हजार आर्थिक प्रतिबद्धताओं को भी ध्यान में मध्य प्रदेश के कैलाश सत्यार्थी को मिलाथा शांति का नोबेल मध्यप्रदेश में विदिशा के रहने वाले कैलाश सत्यार्थी को 2014 में शांति लिए नोबेल पुरस्कार मिलाथा। उन्हें पाकिस्तान की बालअधिकार कार्यकर्ता मलाला यूसुफजई के साथ संयुक्त रूप से यह पुरस्कार दिया गया था। कैलाश सत्यार्थी बाल अधिकारों के लिए काम करते हैं। 1980 में बच्चों को शिक्षाऔर स्वास्थ्य उपलब्ध कराने के लिए सत्यार्थी ने बचपन बचाओ आंदोलन नाम का एनजीओभी शुरु कियाथाअब तक वे144 देशों में 83 हजार बच्चों की मदद कर चुके हैं। वे ग्लोबल मार्च अगेंस्ट चाइल्ड लेबर (बाल श्रम के खिलाफ वैश्विक मार्च) के अध्यक्ष भी हैंकौन हैं अभिजीत बनर्जी कोलकाता में जन्में 58 वर्षीय बनर्जी ने कलकत्ता विश्वविद्यालयजवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय और हार्वर्ड विश्वविद्यालय में शिक्षा प्राप्त कीउन्होंने 1988 में पीएचडी की उपाधि प्राप्त कीवह वर्तमान में एमआइटी वेबसाइट अपनी प्रोफाइल के अनुसार मैसाचुसेटस इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी अर्थशास्त्र के फोर्ड फाउंडेशन इंटरनेशनल प्रोफेसर हैंरख रहा हूं। मेरा नजरिया यह था कि ऑफ कलकत्ता, जेएनयू और हार्वर्ड उन्हें (कांग्रेस) धीरे चलना चाहिएथा। यूनिवर्सिटी से पढ़े हैं। उन्होंने 1988 ऐसा करने से उन्हें वह सालाना आर्थिक हार्वर्ड से पीएचडी की थी। अभिजीत स्थान मिल जाता, जिसकी जरूरत पहली शादी एमआईटी की प्रोफेसर डॉअभिजीत विनायक बनर्जी21 फरवरी असंधति बनर्जी से हुई थी। हालांकि1961 में मुंबई में जन्में थे। यूनिवर्सिटी 1991 में तलाक हो गया